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एक आँख से तिरछा देखती थी पत्नी, तो मार डाला

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पाली में पति ने पत्नी की आँखें नापसंद होने पर नींद की गोलियां देकर गला घोंट दिया। 7 साल बाद अदालत ने आरोपी को उम्रकैद की सज़ा सुनाई।

पाली (राजस्थान). खबर राजस्थान के पाली जिले से है। पाली की अपर जिला सेशन न्यायालय ने 7 साल पुराने हत्या के मामले में बड़ा फैसला सुनाते हुए आरोपी सुनील को अपनी पत्नी गंगा की हत्या का दोषी करार दिया। न्यायाधीश शरद तंवर ने सुनील को आजीवन कारावास और 25 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। यह फैसला 16 जनवरी 2025 को सुनाया गया। कल देर शाम तमाम कार्रवाई के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। आरोपी ने अपनी बीवी को इसलिए मार डाला था कि वह उसे उसकी आंखें पसंद नहीं थीं।

29 अप्रैल 2018 को हुई थी शादी

यह मामला 3 सितंबर 2018 का है। रोहट थाने में गंगा के चाचा गोपीलाल ने शिकायत दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट के अनुसार, गंगा की शादी 29 अप्रैल 2018 को ढूंढनी गांव के सुनील से हुई थी। गंगा एक आंख से थोड़ा तिरछा देखती थी, जिसकी जानकारी शादी से पहले सुनील और उसके परिवार को दे दी गई थी। उसके बाद भी सुनील शादी को तैयार था। इसलिए दोनो ही पक्ष खुश थे। लेकिन शादी के कुछ महीने बाद ही सुनील ने गंगा को अपमानित करना शुरू कर दिया और कहा कि वह उसे पसंद नहीं करता। विवाद बढ़ने पर सुनील ने एक दिन गंगा को नींद की गोलियां खिला दीं और जब वह बेहोश हो गई, तो उसका गला घोंटकर हत्या कर दी।

अंतिम संस्कार के वक्त खुल गया सारा राज

सुनील ने हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए परिवार को फोन करके बताया कि गंगा को सांप ने काट लिया है। जब गंगा के परिजन ससुराल पहुंचे, तो अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। गंगा की बॉडी पर गला घोंटने के निशान देखकर परिजनों को संदेह हुआ और उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई।

अब आंखों की वजह से अंतिम सांस तक जेल में ही रहेगा

लगातार ट्रायल, पुलिस जांच और गवाहों के बयानों के आधार पर अभियुक्त सुनील को हत्या का दोषी पाया गया। अपर लोक अभियोजक निखिल व्यास ने कोर्ट में साक्ष्य प्रस्तुत किए, जिससे साफ हो गया कि सुनील ने गंगा की हत्या की थी। न्यायाधीश शरद तंवर ने सुनील को आजीवन कारावास और 25 हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई है। सबसे बड़ी बात ये है कि सजा पाने के बाद भी सुनील को आत्मग्लानी नहीं है।

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एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी बनीं महामंडलेश्वर, अब ममता नंद गिरी के नाम से जानी जाएंगी… 25 साल बाद भारत लौटने पर ममता ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई

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UP के प्रयागराज मे चल रहे कुम्भ मेले मे हिंदी फिल्मो की मशहूर हीरोइन ममता कुलकर्णी ने सन्यास ले लिया हैं। सन्यास के साथ वह महामंडलेश्वर बनाई गई हैं। अब वे महामंडलेश्वर ममता नन्द गिरी के नाम से पुकारी जाएगी। ममता सुबह ही प्रयागराज के महाकुंभ मेले में पहुंचीं थी। इस दौरान वो पूरे भगवा रंग में रंगी नजर आईं।

वे हिंदी फ़िल्म गैगस्टर,क्रांतिवीर, करण अर्जुन, चाइना गेट और किला जैसी फिल्मों की एक्ट्रेस रही । 90 के दशक में ममता कुलकर्णी ने अपनी जबरदस्त पहचान बनाई थी।

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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मण्डलेश्वर में 1042.24 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्यों का किया लोकार्पण व शिलान्यास

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982.59 करोड़ की महेश्वर-जानापाव उद्वहन सिंचाई परियोजना का शिलान्यास किया

परियोजना का नाम माता अहिल्या बाई के नाम पर करने की घोषणा की
नीमच 24 जनवरी 2025/
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आज खरगोन जिले के मण्डलेश्वर का दौरा क्षेत्र के लोगों के लिए अनेक सौग़ातें लेकर आया। यहाँ आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने ना केवल महेश्वर-जानापाव उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना का शिलान्यास किया वरन विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महेश्वर-जानापाव उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना का नाम माता अहिल्या बाई के नाम पर करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न विकास कार्यों हेतु 1042.24 करोड़ रूपए की लागत के कुल 27 कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास कर क्षेत्रवासियों को सौगात दी। उन्होंने किसानों, महिलाओं, बेरोज़गारों को रोज़गार दिलाने के सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश में लगभग 02 लाख अस्थायी पंप धारक किसानों को 03 हॉर्स पावर से लेकर 7.5 हॉर्स पावर तक के सोलर पंप खरीदने में सरकार सहायता प्रदान करेगी। इसमें किसानों को केवल 10 प्रतिशत राशि का भुगतान करना होगा। इसी प्रकार नारी सशक्तिकरण की दिशा में नई योजना तैयार की गई है। इसके तहत प्रदेश की महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सुरक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण सहित हर क्षेत्र में समर्थ बनाया जाएगा। उन्होंने शराब बंदी के लिए नीतिगत निर्णय का ज़िक्र करते हुए कहा कि हमने तय किया है कि राज्य धीरे-धीरे शराबबंदी की तरफ बढ़े, इस क्रम में निर्णय किया गया है। पहले चरण में प्रमुख धार्मिक नगरों में शराब दुकानें बंद की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने इन दिनों रिजनल इंडस्ट्री समिट के माध्यम से उद्योगों के स्थापना की दिशा में बड़ा काम किया है। इससे रोजगार की चाहत रखने वाले युवाओं को लगभग तीन लाख रोजगार के अवसर मिलेंगे।
लोकार्पण/शिलान्यास
शिलान्यास के 7 कार्यों की लागत 994.72 करोड़ रूपए एवं लोकार्पण के 20 कार्यों की लागत राशि 47.52 करोड़ रूपए शामिल है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महेश्वर-जानापाव माईक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना लागत 982.59 करोड़ रूपये का शिलान्यास किया। इसी प्रकार अनुसूचित जनजाति कन्या छात्रावास कसरावद लागत 4.04 करोड़ रूपए, अनुसूचित जनजाति यूनियर बालक छात्रावास कालधा लागत 4.04 करोड़ रूपए, कन्या शिक्षा परिसर महेश्वर 1750 मीटर एप्रोच रोड कार्य की लागत 3.06 करोड़ रूपए, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय खरगोन 280 मीटर एप्रोच रोड लागत 0.47 करोड़ रूपए, रिटनिंगलवाल निर्माण कार्य वार्ड क्रमांक 7 राज्य वित्त आयोग कार्य लागत 0.27 करोड़ रूपए एवं वाटर बॉडी परियोजना इंटेकवेल के पास नर्मदा तट का सुदृढ़ीकरण एवं पुनरूद्धार-अमृत 2.0 कार्य लागत 0.25 करोड़ रूपये के कार्यों का शिलान्यास किया गया।
इसी प्रकार लोकार्पण कार्यों में भीकनगांव में संयुक्त तहसील कार्यालय भवन की लागत 6.40 करोड़ रूपए, बड़वाह में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय भवन लागत 1.31 करोड़ रूपए, मोहनपुरा में नवीन उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय भवन का निर्माण कार्य लागत 5.71 करोड़ रूपए, नागझिरी में आदिवासी सीनियर बालक छात्रावास का निर्माण लागत 4.08 करोड़ रूपए, बरूड़ में आदिवासी सीनियर कन्या छात्रावास का निर्माण लागत 4.02 करोड़ रूपए, खरगोन जिले के मातापुरा में उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय भवन में 06 अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कार्य लागत 2.72 करोड़ रूपए, डोगरगांव में उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय भवन में 06 अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कार्य लागत 2.70 करोड़ रूपए, ऊन में उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय भवन में 06 अतिरिक्त कक्षों का निर्माण कार्य लागत 2.63 करोड़ रूपए, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय झिरन्या अंतर्गत ऑडिटोरियम भवन कार्य लागत 2.00 करोड़ रूपए, खरगोन के शासकीय पीजी महाविद्यालय में 06 अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य लागत 3.87 करोड़ रूपए, भीकनगांव में शासकीय महाविद्यालय में 06 अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य लागत 3.87 करोड़ रूपए, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के कार्यालय का नवीन भवन लागत 1.25 करोड़ रूपए, म्हारो मण्डलेश्वर वॉल सेल्फी प्वाईन्ट विशेष निधि लागत 0.26 करोड़ रूपए, ऑफिस बिल्डिंग एक्स्टेंशन कार्य वार्ड क्रमांक 01 मुख्यमंत्री शहरी अधोहसंरचना विकास योजना चतुर्थ चरण कार्य लागत 0.24 करोड़ रूपए, पार्क निर्माण/ग्रीन स्पेस परियोजना-अमृत 2.0 कार्य लागत 0.14 करोड़ रूपए, भवानी माताजी के मंदिर से बीएसएनएल ऑफिसर तक सीसी रोड कार्य लागत 2.99 करोड़ रूपए, आश्रय स्थल कालीदास मैदान कार्य लागत 0.57 करोड़ रूपए, वार्ड क्रमांक 2, 14 एवं 09 में बीटी एवं सीसी रोड निर्माण कार्य लागत 0.82 करोड़ रूपए, वार्ड र्कमांक 10, 12, 14, 1, 5, 2 में सीसी रोड निर्माण कार्य लागत 0.94 करोड़ रूपए तथा महेश्वर में सामुदायिक सुविधाओं का विकास कार्य की लागत 1.00 करोड़ रूपए शामिल हैं।
3 जिले के 123 गांवों में सिंचाई के लिए पहुंचेगा नर्मदा का पानी
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण की 982 करोड़ 59 लाख रुपये की महेश्वर-जानापाव उद्वहन सिंचाई परियोजना के पूर्ण होने पर खरगोन जिले की महेश्वर, धार जिले की पीथमपुर एवं इंदौर जिले की महू तहसील के कुल 123 ग्रामों के किसानों के खेत में सिंचाई के लिए नर्मदा का जल पहुंचेगा। इससे इन गांवों के किसानों का कृषि उत्पादन बढ़ेगा और उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। कार्यक्रम को खेल युवा कल्याण एवं सहकारिता मंत्री एवं खरगोन जिले के प्रभारी मंत्री श्री विश्वास सारंग, सांसद श्री गजेंद्र सिंह पटेल ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण विधायक राजकुमार मेव ने दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया केलेन्डर का विमोचन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जन्म जयंती के अवसर पर जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद जिला खरगोन की ओर से वर्ष 2025 का केलेण्डर का विमोचन किया गया।
केलेण्डर में मुख्यमंत्री जी के द्वारा दशहरा पर्व पर मातुश्री की राजगादी पर किये गये पुष्प अर्पण और शस्त्र पूजन के चित्र प्रदर्शित किये गये हैं। शिव भक्तिनी मॉ अहिल्यादेवी होल्कर की शाही पालकी तथा उनके द्वारा किये गये पार्थिव शिवलिंग पूजन एवं मॉ अहिल्या के माता पिता, मातुश्री का जन्म स्थल तथा उनके पति एवं पूजा के स्थल के चित्र शामिल किए गये हैं। कैलेण्डर में मॉ अहिल्या देवी जी द्वारा जारी की गई मुद्राएं, शस्त्र और शास्त्र के साथ उनकों राज कार्य करते हुए दर्शित किया गया है। साथ ही कैलेण्डर में महेश्वर किला एवं घाट के विहंगम दृश्य एवं निमाड उत्सव के चित्रों की प्रस्तुति की गई है।
देवी मॉ अहिल्या बाई की जीवनी पर आधारित बुक लेट का भी विमोचन किया
पुण्य श्लोका देवी अहिल्याबाई के यशस्वी जीवन पर आधारित गौरव गाथा के सबंध में जिला प्रशासन की भावपूर्ण प्रेरक प्रस्तुति के रूप में तैयार की गई पुस्तिका का ऐतिहासिक पलों के बीच मुख्यमंत्री जी एवं मंत्री परिषद् के सदस्यों की उपस्थिति में विमोचन किया गया।
गौरव गाथा के निर्माण में अपनी प्रतिभा, प्रज्ञा, साधना और श्रम से संघर्षमय परिस्थितियों में अपनी और अपने देश के स्वाभिमान की रक्षा के लिये लोकमाता अहिल्याबाई ने सबलानारी होने का प्रमाण दिया है। लोकमाता का चरित्र देश की तरूणाई के लिए प्रेरणादायक रहा है। वे करूणारूपी, प्रजावत्सला राजमाता किसी देवी के अवतार के रूप थी। बचपन से ही धर्म के प्रति उनमें अगाध श्रद्धा और दृढता का भाव रहा है।
एक भारतीय वीर नारी की भाँति उन्होंने जिम्मेदारी का निर्वहन किया। वह झंझावतो से डटी रही, नारी जागरण के लिए अग्रदूत बनकर आई। होल्कर वंश की इन दीपशिखा का प्रकाश सदियों से जगमगाता रहा है और जगमगाता रहेगा। भारतीय इतिहास में मॉ साहेब के नाम से अमर है। शस्त्र और शास्त्र दोनों विधाओं में कुशल देवी माँ का यश रेवा के जल की तरह उज्जवल निर्मल विमल और धवल है।
पुण्य श्लोक अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती के अवसर पर जिला प्रशासन खरगोन द्वारा संकलित की गई यह बुकलेट कक्षा 11वीं एवं 12वीं के छात्र-छात्राओं को निःशुल्क प्रदाय की जा रही है। जो छात्र छात्राओं के लिए प्रेरणादायी सिद्ध होगी ।
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर, नगरीय विकास एवं आवास तथा संसदीय कार्य मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, मंत्री श्री नागर सिंह चौहान, श्री सुमेर सिंह सोलंकी, श्री ज्ञानेश्वर पाटिल, श्रीमती कविता पाटीदार, श्री बालकृष्ण पाटीदार, श्री सचिन बिरला सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे। आरम्भ में बालिका पूजन हुआ और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।

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निराशाओं से कभी हताश नहीं होना चाहिए : कलेक्टर श्रीमती गर्ग

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राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कुशाभाऊ ठाकरे ऑडिटोरियम में कार्यक्रम संपन्न

राष्ट्रीयबालिकादिवस पर ऑडिटोरियम में महिला शक्ति को समर्पित एक कार्यक्रम आयोजित किया गया । कार्यक्रम के दौरान महिला शक्तियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। इस दौरान कलेक्टर ने शिक्षा के क्षेत्र में, खेल के क्षेत्र में एवं अन्य गतिविधियों में बेहतर करने वाली स्कूल की बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देने वाली कलाकारों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस दौरान नगर पालिका उपाध्यक्ष श्रीमती नम्रता प्रीतेश चावला, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष, अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल, एडिशनल एसपी श्री गौतम सिंह सोलंकी, प्रभारी परियोजना अधिकारी श्री स्वाति तिवारी, श्री पीसी चौहान सहित बड़ी संख्या में महिला शक्ति, स्कूल की छात्राएं, अधिकारी कर्मचारी, पत्रकार मौजूद थे। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के 10 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर हस्ताक्षर अभियान में कलेक्टर ने हस्ताक्षर किए ।

इस दौरान कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग ने कहा कि जीवन में कभी निराशा से हताश नहीं होना चाहिए। जीवन में हमेशा कई परीक्षाएं आती है और उन परीक्षाओं को उत्तीर्ण करते हुए हमें आगे बढ़ना रहता है। आप जिस क्षेत्र में अच्छे हैं उस क्षेत्र में अच्छा काम करें। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इसका सही मतलब तब समझ में आता है जब बेटियां देश का नाम रोशन करती हैं, किसी क्षेत्र में अपना नाम रोशन करती है। तब इस अभियान का सही अर्थ समझ में आता है। पढ़कर कोई भी व्यक्ति अपना जीवन बदल सकता है। पढ़ाई में वह शक्ति होती है।

अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल द्वारा कहा गया कि सभी क्षेत्रों में महिलाएं आज आगे हैं, जो आपकी इच्छा है वह बने। उसमें प्रयास करें। मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। जो सपना देखा है उसी को पूरा करें और उसी में शत प्रतिशत मेहनत करें। सफलता जरूर मिलती हैं।

नगर पालिका उपाध्यक्ष श्रीमती चावला द्वारा कहा गया कि आज का समय तकनीकी का समय है। हमें तकनीक का अच्छे से उपयोग करना चाहिए। तकनीक में सुरक्षा का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। बच्चों को जंक फूड की आदत नहीं डालनी चाहिए। माता-पिता की बात माननी चाहिए। अच्छे से पढ़ाई करनी चाहिए।

एडिशनल एसपी श्री सोलंकी द्वारा कहा गया कि अब ए आई का समय है। इस समय में हमको बहुत अलर्ट रहने की आवश्यकता है। साइबर सुरक्षा का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। प्रतिदिन इस संबंध में शिकायत मिलती हैं। इसलिए तकनीक का प्रयोग सोच समझ कर करना चाहिए।

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